स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने नेशनल ई-गवर्नेस सर्विसेज लिमिटेड (NeSL) के साथ मिलकर ई-बैंक गारंटी (e-BG) सुविधा शुरू की है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने नेशनल ई-गवर्नेस सर्विसेज लिमिटेड (NeSL) के साथ मिलकर ई-बैंक गारंटी (e-BG) सुविधा शुरू की है। भारत के सबसे बड़े ऋणदाता ने कहा कि यह सुविधा बैंकिंग पारिस्थितिकी तंत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, जहां बैंक गारंटी का अक्सर बड़ी मात्रा में उपयोग किया जाता है। एनईएसएल के प्लेटफॉर्म का उपयोग करके, बैंक ग्राहकों और अन्य लाभार्थियों को अतिरिक्त सत्यापन के बिना तुरंत ई-बैंक गारंटी मिल जाएगी।
नेशनल ई-गवर्नेस सर्विसेज लिमिटेड (NeSL) के बारे में
NeSL का डिजिटल दस्तावेज़ निष्पादन (DDE) प्लेटफ़ॉर्म, जो ई-स्टाम्प और ई-साइन फ़ंक्शंस प्रदान करता है, ई-बैंक गारंटी प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएगा। लाभार्थियों को आगे सत्यापन के बिना एनईएसएल के प्लेटफॉर्म पर तुरंत ई-बैंक गारंटी प्राप्त होगी। वर्तमान में, बैंक इन गारंटियों को भौतिक मुद्रांकन और गीले हस्ताक्षरों के साथ जारी करता है। ई-बीजी की शुरूआत इस कार्य को ई-स्टांपिंग और ई- हस्ताक्षर से बदल देगी।
इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी क्या है?
एनईएसएल के अनुसार, एक इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी (ई-बीजी) आमतौर पर बीजी जारी करने से जुड़े भौतिक दस्तावेज को समाप्त कर देती है। यह बीजी जारी करने और लाभार्थी को वितरण के टर्न अराउंड समय को 3-4 कार्य दिवसों के उद्योग के औसत से कुछ मिनटों तक कम कर देता है। ई-बीजी में डिजिटल चरणों में बीजी एप्लिकेशन, पूर्वावलोकन और पुष्टि, पेपरलेस ई-स्टांपिंग, ई-हस्ताक्षर, एनईएसएल पोर्टल पर अंतिम इलेक्ट्रॉनिक बीजी की मेजबानी और लाभार्थी को अंतिम बीजी की सूचना शामिल है। लाभार्थी जारी होने पर तुरंत एनईएसएल पोर्टल पर अंतिम डिजिटल बीजी देख सकता है। ऐसा ई-बीजी बीजी जारी करने वाले बैंक से अलग प्रमाणीकरण की आवश्यकता को समाप्त करता है।
भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष : दिनेश कुमार खारा;
भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना : 1 जुलाई 1955;
भारतीय स्टेट बैंक के प्रबंध निदेशक : प्रवीण कुमार गुप्ता;
भारतीय स्टेट बैंक मुख्यालय : मुंबई ।