चीन में कोरोना संक्रमण की नई लहर के लिए जिम्मेदार ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट BF.7

 चीन में कोरोना संक्रमण की नई लहर के लिए जिम्मेदार ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट BF.7


देश में कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्कता बरतते हुए देश के हवाईअड्डों पर 21 दिसंबर 2022 से ही अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग शुरू कर दी गई है। चीन में संक्रमण की नई लहर के लिए जिम्मेदार ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BF.7 के तीन मामले भारत में भी पाए गए हैं।


चीन में संक्रमण की नई लहर के लिए जिम्मेदार ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BF.7 के तीन मामले देश में भी पाए गए हैं। कोविड-19 के नए वैरिएंट के चलते पड़ोसी देश में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों की माने तो, चीन में कोरोना की तीन लहरें आ सकती है। अभी चीन में पहली लहर चल रही है, जिसका पीक मिड जनवरी तक आ सकता है।

 गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने बीते अक्टूबर भारत में BF.7 के पहले मामले की पुष्टि की थी। कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट को दो मामले गुजरात से सामने आए हैं और एक मामला ओडिशा से सामने आया है। 

कोरोनावायरस

कोरोनावायरस की सतह पर क्राउन (Crown) जैसे कई उभार होते हैं, इन्हें माइक्रोस्कोप में देखने पर सौर कोरोना जैसे दिखते हैं। इसलिये इसका नाम 'कोरोनावायरस' है। 31 दिसंबर, 2019 को चीन के हुबेई प्रांत के वुहान शहर में निमोनिया के कई मामले पाए जाने पर यह WHO के संज्ञान में आया। कोरोनावायरस, एक विशिष्ट वायरस फैमिली से संबंधित है। इस वायरस फैमिली में कुछ वायरस सामान्य रोगों जैसे- सर्दी, जुकाम और कुछ गंभीर रोगों जैसे श्वसन एवं आँत के रोगों का कारण बनते हैं।

5 प्रकार

ओमिक्रॉन (B.1.1.529) नवंबर 2021 में दक्षिणी अफ्रीका में पहचाना गया। डेल्टा (B.1.617.2 ) - वर्ष 2020 के अंत में भारत में उभरा और 2021 में दुनिया भर में फैल गया।

गामा ( P. 1) - वर्ष 2020 के अंत में ब्राज़ील में उभरा।

• बीटा (B.1.351) वर्ष 2020 की शुरुआत में - दक्षिण अफ्रीका में उभरा।

• अल्फा (B.1.1.7 ) वर्ष 2020 के अंत में ब्रिटेन में देखा गया ।

जूनोसिस

ज़ूनोसिस बैक्टीरियल, वायरल या परजीवी हो सकता है या ऐसे रोगों से संबंधित होता है जो पारपंरिक रूप से प्रचलन में नही हैं। कई प्रमुख जुनोटिक रोग पशुओं उत्पादों द्वारा उत्पन्न होते करते हैं।

इतिहास

• जस्टीनियन प्लेग - 541-542 AD में ।

• द ब्लैक डेथ पहली बार वर्ष 1347 में यूरोप में - देखा गया।

• यलो फीवर पहली बार 16वीं शताब्दी में - दक्षिण अमेरिका में देखा गया।

• वैश्विक इन्फ्लूएंजा महामारी - वर्ष 1918

ACA Aarush Current Affairs | www.acalive.live | Latest Current Affairs