रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह द्वारा युद्धपोत मोर्मृगाओ को भारतीय नौसेना में किया जाएगा शामिलWarship Mormrigao to be commissioned into the Indian Navy by Defense Minister Shri Rajnath Singh
पी15बी स्टेल्थ गाइडेड प्रेक्षपास्त्र विध्वंसक मोर्मूगाओ को रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में भारतीय नौसेना में शामिल किया जायेगा। यह कार्यक्रम 18 दिसंबर, 2022 को मुम्बई के नौसेना डॉकयार्ड में होगा। कार्यक्रम के दौरान चार 'विशाखापत्तनम' श्रेणी के विध्वंसकों में से दूसरे विध्वंसक को नौसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया जायेगा। इसकी डिजाइन भारतीय नौसेना के स्वदेशी संगठन ने तैयार की है तथा निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, मुम्बई ने किया है।
• इस शानदार पोत की लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर तथा वजन 7400 टन है। इसे भारत द्वारा निर्मित सबसे घातक युद्धपोतों में गिना जा सकता है। पोत को शक्तिशाली चार गैस टर्बाइनों से गति मिलती है, जो सीओजीएजी पैमाने के हैं। पोत पलक झपकते 30 समुद्री मील तक की गति पकड़ सकता है। राडार भी पोत को आसानी से नहीं पकड़ सकता।
पश्चिमी तट पर स्थित ऐतिहासिक गोदी शहर गोआ के नाम पर मोर्मूगाओ नाम रखा गया है। संयोग से यह पोत पहली बार 19 दिसंबर, 2021 को समुद्र में उतरा था, जिस दिन पुर्तगाली शासन से गोआ की मुक्ति के 60 वर्ष पूरे हुये थे। गोआ मुक्ति दिवस की पूर्व संध्या, यानी 18 दिसंबर, 2022 को पोत को नौसेना में शामिल किये जाने से भारतीय नौसेना की गतिशीलता, पहुंच और कामकाज में बढ़ोतरी होगी तथा वह हिंद महासागर व उसके आगे के समुद्री क्षेत्र में अपना दायित्व और भूमिका निभाने में सक्षम होगी।16 दिसंबर 2022 मासिक करेंट अफेयर्स
मोर्मुगाओ 'उत्कृष्ट हथियारों और दूरसंवेदी उपकरणों से लैस है, जैसे जमीन से जमीन पर तथा जमीन से हवा में मार करने वाले मिसाइल । पोत में आधुनिक निगरानी राडार लगा है, जो पोत की तोप संचालन प्रणाली से जुड़ा है तथा लक्ष्य के बारे में सीधे तोप प्रणाली को सूचित कर देता है। पोत की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं को देश में ही विकसित किया गया है तथा पोत में रॉकेट लॉन्चर, तारपीडो लॉन्चर और एसएडब्लू हेलीकॉप्टर की व्यवस्था है। पोत आणविक, जैविक और रासायनिक युद्ध परिस्थितियों से लड़ने में सक्षम है।
आत्मनिर्भरता और स्वदेशीकरण के दृढ़ निश्चय के साथ 44 पोतों और पनडुब्बियों में से 42 का निर्माण भारतीय शिपयार्डों में किया जा रहा है तथा इस तरह 'आत्मनिर्भर भारत' के हमारे प्रयासों को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा, 55 पोतों और पनडुब्बियों के निर्माण के लिये आदेश जारी किये जा चुके हैं। इनका निर्माण भारतीय शिपयार्डों में किया जायेगा।16 दिसंबर 2022 मासिक करेंट अफेयर्स
प्रोजेक्ट-15बी (विशाखापत्तनम श्रेणी)
इसके तहत मेसर्स मझगाँव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, मुंबई में चार अत्याधुनिक स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक युद्धपोतों (विशाखापत्तनम, मोर्मुगाओ, इंफाल, सूरत) का निर्माण किया जा रहा हैं। 15 दिसम्बर 2022,
इससे पहले भारत में स्वदेशी विध्वंसक युद्धपोत निर्माण कार्यक्रम- वर्ष 1990 में तीन दिल्ली श्रेणी (P-15 वर्ग) व तीन कोलकाता श्रेणी (P- 15A) विध्वंसक शामिल किये जा चुके हैं।
दूसरा जहाज़ - 'मोर्मृगाओ' वर्ष 2016 में, तीसरा जहाज़ (इंफाल) वर्ष 2019 में लॉन्च हुआ था एवं चौथा जहाज़ (परत) ब्लॉक इरेक्शन प्रक्रिया के तहत है।
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